मंगलवार सुबह 3:14 बजे सेक्टर-26 के डि’ओरा और सेविले क्लब के बाहर देसी बम फेंककर धमाका किया गया। घटना पुलिस थाना और ऑपरेशन सेल से महज 50 कदम की दूरी पर हुई। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की।
हिसार में मुठभेड़ और केस दर्ज
चंडीगढ़ पुलिस और हिसार एसटीएफ ने आरोपियों अजीत कुमार और विनय कुमार को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। हिसार एसटीएफ के एएसआई की शिकायत पर आरोपियों पर हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया। दोनों आरोपी हिसार के नागरिक अस्पताल में भर्ती हैं।
आरोपियों की योजना
- गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और काला जठेड़ी के कहने पर धमाका किया गया।
- घटना से चार दिन पहले आरोपियों ने क्लबों की रेकी और भागने की योजना बनाई।
- दप्पर टोल प्लाजा पर फर्जी नंबर प्लेट वाली बाइक खड़ी कर बस से हिसार पहुंचे।
कैसे मिले सुराग?
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में आरोपियों के चेहरे दिखे। इसके बाद जांच टीम हिसार पहुंची। लिफ्ट देने वाले एक फोटोग्राफर से पूछताछ की गई, जिसने बताया कि उसने आरोपियों को सिर्फ टोल प्लाजा से गांव तक छोड़ा था।
मुठभेड़ का घटनाक्रम
- हिसार के पीर वाला गांव के पास आरोपियों की बाइक कच्चे रास्ते पर फिसल गई।
- आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग की, लेकिन एसटीएफ की बुलेटप्रूफ जैकेट की वजह से कोई हानि नहीं हुई।
- जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
गैंगस्टर से जुड़े आरोप
- आरोपी काला जठेड़ी के लिए काम करते थे।
- धमाके का मकसद रंगदारी वसूलना था।
- गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने धमाके की जिम्मेदारी ली थी।
अर्जुन ठाकुर की भूमिका
- आरोपी अर्जुन ठाकुर ने रंगदारी के लिए धमकियां दी थीं।
- उसकी कॉल डिटेल में अमेरिका और कनाडा के विदेशी नंबर मिले।
- व्हाट्सएप चैटिंग भी डिलीट मिली, जिसे जांच के लिए सीएफएसएल लैब भेजा जाएगा।
आरोपियों की कोर्ट में पेशी और जांच जारी है। पुलिस अन्य संदिग्धों और गैंगस्टरों से जुड़े तार खंगाल रही है।