स्टेच्यू की हालत बदतर
2022 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने महाराणा प्रताप उद्यान की दीवार पर दांडी यात्रा के स्टेच्यू लगवाए थे। इसके लिए करीब 11 लाख रुपए खर्च किए गए थे। लेकिन स्थापना के एक महीने बाद ही एक स्टेच्यू का हाथ तोड़ दिया गया था, जिसे मरम्मत करवाया गया। अब हाल ही में दो और स्टेच्यू के हाथ तोड़े गए हैं। इन टूटे हाथों का कोई अता-पता नहीं है।
साथ ही, स्टेच्यू की नियमित सफाई न होने के कारण उनकी हालत बदरंग हो गई है।
सेल्फी के कारण हो रहा नुकसान
उद्यान में युवक-युवतियां सेल्फी लेने के लिए स्टेच्यू के पास पहुंचते हैं। कई बार स्टेच्यू के हाथ पकड़कर चढ़ने की कोशिश की जाती है, जिससे उनके हाथ टूट जाते हैं। नगर परिषद ने सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए हैं, जिससे समाजकंटकों के हौसले बढ़ रहे हैं।
पूर्व में भी हुई घटनाएं
- स्टेच्यू का बार-बार नुकसान।
- सेल्फी पाइंट भी कई बार क्षतिग्रस्त।
- सुरक्षा और रखरखाव में लापरवाही।
निष्कर्ष
समाजकंटकों की इन हरकतों और नगर परिषद की उदासीनता के कारण सार्वजनिक संपत्ति का नुकसान हो रहा है। जरूरत है कि स्टेच्यू और अन्य संरचनाओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं।