- बैटरी की स्थिति जांचें
- चार्ज क्षमता: यात्रा से पहले बैटरी को पूरी तरह से चार्ज कर लें ताकि यह पूरी रेंज कवर कर सके और अच्छी ईंधन दक्षता प्रदान कर सके।
- सेल बैलेंस: जब आप अपनी बैटरी को 100% तक चार्ज करेंगे, तो वाहन अपने आप बैटरी के सेल को बैलेंस कर लेगा, जिससे बैटरी की लाइफ और प्रदर्शन बेहतर रहेगा।
- टायर की स्थिति और दबाव
- ट्रेड की गहराई: टायर की हालत जांचें। गीली या फिसलन वाली सड़कों पर बेहतर पकड़ के लिए टायर का पर्याप्त ट्रेड होना जरूरी है।
- टायर प्रेशर: सुनिश्चित करें कि टायर में उचित एयर प्रेशर है, जैसा कि वाहन निर्माता द्वारा निर्देशित है। यह वाहन की दक्षता और हैंडलिंग में सुधार करता है।
- टायर अलाइनमेंट और बैलेंसिंग: टायर का सही अलाइनमेंट और बैलेंसिंग वाहन की ईंधन दक्षता और ड्राइविंग अनुभव पर असर डालते हैं। यह ड्राइवर को आराम से ड्राइव करने में भी मदद करता है।
- ब्रेक सिस्टम की जांच
- ब्रेक पैड की मोटाई: यह सुनिश्चित करें कि ब्रेक पैड पर्याप्त मोटे हैं, ताकि अचानक ब्रेक फेल होने से बचा जा सके।
- ब्रेक फ्लूइड: ब्रेक फ्लूइड का लेवल और गुणवत्ता जांचें। अगर यह कम है, तो इसे रिफिल कर लें।
- रीजनरेटिव ब्रेकिंग: रीजनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम की कार्यप्रणाली जांचें, जो ब्रेक के घिसाव को कम करने और बैटरी को रिचार्ज करने में मदद करता है।
- कूलिंग सिस्टम की जांच
- कूलेंट लेवल: बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर को ज्यादा गर्म होने से बचाने के लिए कूलेंट लेवल की जांच करें।
- चार्जिंग पोर्ट और केबल की जांच
- चार्जिंग पोर्ट: चार्जिंग पोर्ट में किसी भी तरह का नुकसान, जंग या ढीला कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
- केबल की कार्यक्षमता: यह सुनिश्चित करें कि चार्जिंग केबल ठीक से काम कर रहा है और उचित चार्जिंग स्पीड प्रदान कर सकता है।
इन जांचों को सावधानी से करने से, आप अपनी लंबी ईवी यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बना सकते हैं।