तारलागुड़ा में गोदावरी नदी किनारे अवैध रेत भंडारण के खिलाफ एसडीएम यशवंत नाग और तहसीलदार लक्ष्मण राठिया ने बड़ी कार्रवाई की। इस दौरान 72 टिप्पर रेत जब्त की गई। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद अधिकारियों ने अचानक निरीक्षण कर यह कदम उठाया।
भंडारण की स्वीकारोक्ति
मौके पर मौजूद सरपंच पति भास्कर काका ने स्वीकार किया कि भूमि स्वामी काका राजन ने पट्टा भूमि पर समतलीकरण करके 72 ट्रिपर रेत का भंडारण किया था। टीम ने अवैध भंडारण को सील कर वन विभाग को सौंप दिया।
बड़े पैमाने पर अवैध खनन
जिले में अवैध रेत खनन और भंडारण बड़े पैमाने पर हो रहा है। इसके अलावा बिना अनुमति मुरुम खनन और बड़े पेड़ों की कटाई भी जारी है। वन विभाग के बीट गार्ड शैलेश लम्बाड़ी ने बताया कि समतलीकरण के दौरान 30 बड़े पेड़ काटे गए, जिनमें साजा, तेंदू, मोयन और सागौन जैसे पेड़ शामिल हैं।
कांग्रेस की जांच समिति गठित
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता रेत माफियाओं से मिलकर अवैध खनन कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने 7 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। समिति का नेतृत्व विधायक विक्रम मंडावी करेंगे और वह प्रभावित गांवों का दौरा कर रिपोर्ट तैयार करेंगे।
भाजपा का पलटवार
भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी अवैध खनन के खिलाफ मोर्चा खोला। उन्होंने वन मंत्री केदार कश्यप और बस्तर सांसद महेश कश्यप से मिलकर तुरंत कार्रवाई की मांग की।
प्रशासन और राजनीतिक दलों के बीच इस मुद्दे को लेकर तकरार जारी है। अवैध रेत खनन पर रोक लगाने की कोशिशें तेज हो चुकी हैं।