Site icon Channel 009

सुरक्षा डायग्नोस्टिक IPO: पहले दिन ठंडी प्रतिक्रिया, एंकर निवेशकों से जुटाए ₹254 करो

IPO को मिला कमजोर रिस्पॉन्स
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड के इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) को पहले दिन निवेशकों से ठंडी प्रतिक्रिया मिली। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के मुताबिक, 29 नवंबर को खुले इस IPO को केवल 11% सब्सक्रिप्शन मिला। यह IPO 3 दिसंबर तक खुलेगा।

पहले दिन की स्थिति

कंपनी ने 1,34,32,533 शेयरों की पेशकश की थी, लेकिन केवल 14,58,872 शेयरों की बोलियां मिलीं।

  • खुदरा निवेशकों (RII): 20% सब्सक्रिप्शन
  • गैर-संस्थागत निवेशकों (NII): 4% सब्सक्रिप्शन

प्राइस बैंड: ₹420-₹441 प्रति शेयर
लक्ष्य: ₹846 करोड़ जुटाने का

एंकर निवेशकों से भरोसा मिला

IPO लॉन्च से पहले कंपनी ने 16 एंकर निवेशकों से ₹254 करोड़ जुटाए।
प्रमुख एंकर निवेशक:

  • निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड
  • कोटक म्यूचुअल फंड
  • आदित्य बिड़ला सनलाइफ एमएफ
  • क्वांट एमएफ
  • कार्नेलियन भारत अमृतकाल फंड

सिर्फ OFS आधारित IPO

यह IPO पूरी तरह ऑफर फॉर सेल (OFS) है, यानी इसमें प्रमोटर और मौजूदा निवेशक अपने शेयर बेच रहे हैं।
प्रमोटर और निवेशक:

  • प्रमोटर: सोमनाथ चटर्जी, रितु मित्तल, सतीश कुमार वर्मा
  • निवेशक: ऑर्बिमेड एशिया II मॉरीशस लिमिटेड, मुन्ना लाल केजरीवाल, संतोष कुमार केजरीवाल

IPO की मुख्य जानकारी

  • ओपनिंग डेट: 29 नवंबर 2024
  • क्लोजिंग डेट: 3 दिसंबर 2024
  • प्राइस बैंड: ₹420 से ₹441 प्रति शेयर
  • लॉट साइज: 34 शेयर
  • न्यूनतम निवेश: ₹14,994

कंपनी की जानकारी

कोलकाता स्थित सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड पूर्वी भारत की अग्रणी डायग्नोस्टिक कंपनी है। यह एडवांस्ड पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी, और अन्य डायग्नोस्टिक सेवाएं प्रदान करती है।

  • मजबूत पक्ष: आधुनिक तकनीक और अनुभवी डॉक्टरों की टीम।
  • चुनौती: भौगोलिक सीमितता और डायग्नोस्टिक सेक्टर में कड़ी प्रतिस्पर्धा।

चुनौतियां और संभावनाएं

सुरक्षा की तुलना में, डॉ. लाल पैथलैब्स और मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर जैसी कंपनियां पूरे भारत में मजबूत नेटवर्क और ब्रांड वैल्यू के कारण अधिक लोकप्रिय हैं। हालांकि, सुरक्षा डायग्नोस्टिक पूर्वी भारत में अपनी पकड़ मजबूत रखती है।

निवेशकों के लिए सलाह

इस IPO में निवेश करने से पहले निवेशकों को कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, विस्तार की संभावनाओं और बाजार प्रतिस्पर्धा पर ध्यान देना चाहिए। चूंकि यह केवल OFS आधारित IPO है, इसलिए इसमें प्रमोटरों का उद्देश्य सिर्फ हिस्सेदारी बेचना हो सकता है, न कि व्यवसाय विस्तार के लिए धन जुटाना।

Exit mobile version