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जब एम्बुलेंस नहीं आई, फायर ब्रिगेड ने बचाई महिला की जान

धौलपुर जिले के राजाखेड़ा में एक हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया। स्टेट हाईवे-2 पर मछरिया चौराहे के पास रविवार सुबह एक बाइक निराश्रित गोवंश से टकरा गई। इस हादसे में बाइक सवार मां-बेटे घायल हो गए। महिला सुनीता (पत्नी सत्यभान सिंह, निवासी भीमकी) गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि उसका बेटा अंशुमान मामूली चोटिल हुआ। बेटे को अपनी मां की हालत देखकर रोते देख ग्रामीण मदद के लिए आगे आए।

एम्बुलेंस नहीं मिलने पर फायर ब्रिगेड ने किया मदद

ग्रामीणों ने एम्बुलेंस के लिए फोन किया, लेकिन काफी देर तक कोई वाहन नहीं पहुंचा। निजी वाहन भी रोकने की कोशिश की गई, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। उसी समय, आग बुझाकर लौट रही नगरपालिका की दमकल गाड़ी के प्रभारी पप्पू सिंह ने मौके की गंभीरता को समझते हुए महिला की मदद करने का फैसला किया।

दमकल गाड़ी में महिला को अस्पताल पहुंचाया

पप्पू सिंह ने फायर चालक बचन सिंह और फायरमैन कुलदीप की मदद से घायल महिला को दमकल गाड़ी में लिटाया और उसे तुरंत जिला अस्पताल, धौलपुर पहुंचाया। समय पर मिली इस सहायता से महिला की जान बच गई।

फायर कर्मियों की संवेदनशीलता की तारीफ

फायर ब्रिगेड कर्मियों की संवेदनशीलता और इंसानियत भरा यह कदम पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया। पप्पू सिंह ने बताया कि जब एम्बुलेंस नहीं मिली, तो उन्होंने तुरंत घायल को बचाने की सोची और जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया।

पप्पू सिंह का बयान

“हमने बस जीवन बचाने का सोचा और घायल को पहले दिहोली थाना पहुंचाया। लेकिन वहां एम्बुलेंस नहीं मिलने पर उसे जिला अस्पताल ले गए।”

  • पप्पू सिंह, फायर प्रभारी, नगरपालिका, राजाखेड़ा

यह घटना एक मिसाल है कि इंसानियत और फुर्तीला फैसला कैसे किसी की जान बचा सकता है।

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