पुलिस की कार्रवाई:
भरतपुर रेंज के आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि सीकरी क्षेत्र के जटवास निवासी मोहम्मद इरफान, खेस्ती निवासी आसिफ खान, माहिर आजाद और देवसरस हाल निवासी इरफान को गिरफ्तार किया गया। ये सभी ठग मेवात क्षेत्र में ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे।
इसके अलावा चूरू में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने भी बड़ी कार्रवाई करते हुए 8.50 करोड़ के साइबर फ्रॉड का खुलासा किया और 4.50 करोड़ की राशि बरामद की। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें एक सरकारी कर्मचारी भी शामिल है।
साइबर ठगों को पकड़ने की रणनीति:
- पुलिस ने तकनीकी आधार पर आरोपियों की जानकारी जुटाई।
- डीग एसपी राजेश मीना के निर्देशन में विशेष टीमें बनाकर ठिकानों पर दबिश दी गई।
- ऑपरेशन एंटी-वायरस के तहत ठगों की धरपकड़ जारी है।
साइबर अपराध से बचने के सुझाव:
भारतीय रिजर्व बैंक और पत्रिका रक्षा कवच अभियान ने नागरिकों को साइबर ठगी से बचने के लिए सुझाव जारी किए हैं:
- बैंक, सरकारी एजेंसी, या कूरियर कंपनी के नाम पर आने वाले कॉल से सावधान रहें।
- कॉल पर कानूनी कार्रवाई की धमकी देने वालों से निजी जानकारी साझा न करें।
- किसी अनजान क्यूआर कोड को स्कैन न करें।
- पेमेंट के बाद अकाउंट की पुष्टि जरूर करें।
क्यूआर कोड से ठगी:
कई ठग दुकानों पर चिपके क्यूआर कोड बदल देते हैं, जिससे पेमेंट उनके खाते में जमा हो जाती है। राजस्थान में इस तरह के 28 मामलों में 32 लाख की ठगी हो चुकी है।
परिचित बनकर ठगी:
साइबर ठग सोशल मीडिया पर परिचित बनकर पैसे मांगते हैं। वाट्सऐप, ईमेल, या अन्य प्लेटफॉर्म के जरिए ठगी के कई मामले सामने आए हैं।
- राजस्थान में कॉल ठगी के 175 मामले (इस साल 56) दर्ज हुए हैं, जिनमें कुल 6.43 करोड़ की ठगी हो चुकी है।
- ईमेल से 28 मामलों में 1.63 करोड़ और सोशल मीडिया से 1,112 मामलों में 3.29 करोड़ की ठगी दर्ज हुई है।
कैसे बचें:
- सोशल मीडिया पर पैसे मांगने वाले संदेशों से सावधान रहें।
- पैसे भेजने से पहले व्यक्ति से संपर्क करें और सत्यापन करें।
- डीपी देखकर या कॉल की आवाज पर भरोसा न करें।
रक्षा कवच हेल्पलाइन:
आप किसी भी अपराध, सुझाव, या जानकारी के लिए रक्षा कवच हेल्पलाइन 9116623401 पर संपर्क कर सकते हैं। यह हेल्पलाइन सोमवार से शनिवार, सुबह 10 से शाम 5 बजे तक उपलब्ध है।