60 लाख की ठगी का आरोप
चांदामेटा के अभिषेक अग्रवाल, हरगोविंद अग्रवाल और भूषण मुंगिया ने शिकायत की है कि सौरभ खंडेलवाल ने उनसे 60 लाख रुपये शेयर बाजार में निवेश के नाम पर लिए। सौरभ ने उन्हें हर महीने 2 प्रतिशत लाभांश देने का वादा किया था, लेकिन न तो उन्हें लाभांश मिला और न ही उनकी मूल राशि वापस की गई।
अन्य लोग भी आ सकते हैं सामने
बताया जा रहा है कि यह ठगी लंबे समय से चल रही थी और शुरुआत में सौरभ ने लोगों को लाभांश दिया, जिससे उसका विश्वास बढ़ा। लेकिन हाल ही में जब उसने लाभांश देना बंद कर दिया, तब ठगी का मामला खुला। फिलहाल तीन लोग शिकायत लेकर आए हैं, लेकिन पुलिस का मानना है कि अन्य लोग भी सामने आ सकते हैं।
प्रमुख लोग भी बने ठगी का शिकार
चर्चा है कि इस ठगी में क्षेत्र के डॉक्टर, शिक्षाविद, व्यवसायी, और वेकोलि अधिकारी जैसे कई नामचीन लोग भी शामिल हैं। कुछ सेवानिवृत्त कर्मियों ने भी मोटी रकम निवेश की थी।
- एक शिक्षक ने लोन लेकर सौरभ को पैसे दिए थे।
- एक चिकित्सक ने काफी पैसा लगाया और जब पैसे नहीं मिले, तो उन्होंने चेक बाउंस का मामला कोर्ट में दर्ज कराया। इसके बाद समझौते के जरिए उन्हें उनकी राशि वापस की गई।
पुलिस की कार्रवाई
शिकायत के आधार पर पुलिस ने सौरभ खंडेलवाल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। एसडीओपी परासिया जितेंद्र जाट इस मामले की जांच कर रहे हैं।
एसडीओपी जितेंद्र जाट का बयान:
“तीन लोगों ने शिकायत की थी कि उनसे शेयर बाजार में निवेश के नाम पर पैसा लिया गया और 2 प्रतिशत लाभांश देने का वादा किया गया। लेकिन न तो लाभांश दिया गया और न ही उनकी राशि वापस की गई। मामले की जांच जारी है।”
निष्कर्ष:
शेयर बाजार में निवेश के नाम पर ठगी का यह मामला गंभीर है। पुलिस जांच के बाद ही इस घोटाले के अन्य पहलू सामने आएंगे। निवेशकों को ऐसे मामलों में सतर्क रहने और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है।