15 गांवों का जंगल शामिल
सीहोर जिले की बुदनी, रेहटी और वीरपुर रेंज के 15 गांवों का जंगल टाइगर रिजर्व का हिस्सा बना है। इनमें बुदनी रेंज के अमरगढ़, खटपुरा, बांसापुर, मिडघाट, यारनगर और खनपुरा, रेहटी रेंज के सेमरी, बांया, सलकनपुर, और वीरपुर रेंज के खटौरिया, चिकनपानी जैसे गांव शामिल हैं।
पर्यटन से होगा फायदा
- सलकनपुर देवी लोक निर्माण: 240 करोड़ रुपये की लागत से सलकनपुर में देवी लोक का निर्माण हो रहा है। यहां पर्यटक टाइगर रिजर्व के साथ देवी के नौ रूप और 64 योगिनी के दर्शन कर सकेंगे।
- नर्मदा और अन्य आकर्षण: नर्मदा के आवंली घाट और अगरगढ़ का झरना प्रमुख आकर्षण होंगे। इससे पर्यटक गतिविधियों में इजाफा होगा।
- रोजगार के अवसर: पर्यटन बढ़ने से होटल और रिसॉर्ट का विकास होगा, जिससे युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलेगा।
टाइगर रिजर्व का विस्तार
रातापानी टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 1271.465 वर्ग किलोमीटर होगा। इसमें कोर क्षेत्र का क्षेत्रफल 763.812 वर्ग किलोमीटर और बफर क्षेत्र का 507.653 वर्ग किलोमीटर है।
ग्रामीणों को फायदा
रातापानी टाइगर रिजर्व से ग्रामीणों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। क्षेत्र में ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सीहोर जिले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी।
डीएफओ का बयान
सीहोर के डीएफओ एमएस डावर ने बताया कि टाइगर रिजर्व बनने से सीहोर जिले के बुदनी, रेहटी और वीरपुर डैम क्षेत्र को बहुत फायदा होगा। यहां के 15 गांवों का जंगल सीधे तौर पर टाइगर रिजर्व से प्रभावित होगा। रोजगार बढ़ने और पर्यटकों के आकर्षण से यह क्षेत्र तेजी से विकसित होगा।