उत्तर प्रदेश के कन्नौज में भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के किसान अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि नोएडा में गिरफ्तार किए गए किसान नेताओं को जब तक रिहा नहीं किया जाएगा, तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा। किसानों का आरोप है कि शासन और प्रशासन की नीतियां किसान विरोधी हैं।
मुआवजे को लेकर नाराजगी:
भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि भूमि अधिग्रहण के तहत किसानों को 10 बीघा जमीन के बदले केवल 9 बीघा का मुआवजा दिया जा रहा है। यह किसानों के साथ अन्याय है। जब किसानों ने उचित मुआवजे की मांग की, तो उन्हें जेल में डाल दिया गया।
नोएडा के किसानों की रिहाई की मांग:
किसान नेताओं का कहना है कि नोएडा और गौतम बुद्ध नगर के किसानों को केवल इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि वे अपनी जमीन का पूरा मुआवजा मांग रहे थे। भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के जिलाध्यक्ष ने कहा कि जब तक इन किसानों को रिहा नहीं किया जाता, तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
धरने का मुख्य उद्देश्य:
धरने के दौरान किसान यह मांग कर रहे हैं कि:
- गिरफ्तार किसानों को जल्द रिहा किया जाए।
- अधिग्रहित जमीन का पूरा मुआवजा दिया जाए।
- किसान विरोधी नीतियों को बदला जाए।
आदेश का होगा पालन:
भारतीय किसान यूनियन ने स्पष्ट किया है कि जब तक किसानों को रिहा नहीं किया जाता, पूरे उत्तर प्रदेश में धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। संगठन ने कहा कि ऊपर से जो भी आदेश आएगा, उसका सख्ती से पालन किया जाएगा।
किसानों की चेतावनी:
किसान नेताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।