यात्री महेश स्वामी ने बताया कि जब उन्होंने कर्मचारियों से टिकट मांगी, तो उन्होंने बताया कि काउंटर बंद है और कहा कि आप वैसे ही बैठ सकते हैं। इसके बाद सैकड़ों यात्री ट्रेन में बिना टिकट यात्रा करने लगे। स्टेशन मास्टर मनीष मीणा ने बताया कि बुकिंग काउंटर पर एक ही कर्मचारी, किशनलाल, ड्यूटी पर थे, जो अचानक मेडिकल इमरजेंसी के कारण काउंटर पर नहीं पहुंच सके, जिससे यह चूक हुई। मीणा ने इसे बड़ी लापरवाही माना और कहा कि उच्चाधिकारियों से बात कर इस समस्या का समाधान किया जाएगा।
सरदारशहर से रतनगढ़ का टिकट 15 रुपए है, जिससे लगभग 5 हजार रुपए की बुकिंग होती है। गुरुवार को 300 से ज्यादा यात्री बिना टिकट यात्रा कर रहे थे, जिससे रेलवे को करीब 5 हजार रुपए का नुकसान हुआ। रेलवे के नियमों के अनुसार, बिना टिकट यात्रा करने पर 250 रुपए का जुर्माना लिया जाता है, लेकिन इस लापरवाही के कारण यात्रियों को मजबूरी में ‘फ्री’ यात्रा करनी पड़ी। यात्रियों ने इस मामले में रेलवे से उचित कार्रवाई की मांग की है।