इलेक्ट्रॉनिक तौल से पारदर्शिता
मुख्यमंत्री के निर्देश पर धान का उपार्जन जारी है, और तौल में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक तौल का उपयोग किया जा रहा है। इससे अब तौल में गड़बड़ी की शिकायतें खत्म हो गई हैं।
माइक्रो एटीएम से नगद भुगतान
किसानों को अब माइक्रो एटीएम के माध्यम से 10,000 रुपये तक की नगद राशि मिल रही है, जिससे लंबी लाइनों से छुटकारा मिला है। इसके साथ ही, बारदाने की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन ने खरीदी केन्द्रों पर कड़ी निगरानी रखी है, और किसी भी गड़बड़ी पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।
धान खरीदी की स्थिति
कोण्डागांव जिले में 67 धान खरीदी केन्द्र बनाए गए हैं। 2024-25 के खरीफ विपणन वर्ष के लिए जिले में 55,650 किसान पंजीकृत हैं, जिनके पास 80,799 हेक्टेयर भूमि है। अब तक 7,983 किसान अपना धान बेच चुके हैं, और 64,814 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इन किसानों के खातों में लगभग 149 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया जा चुका है।
किसानों की संतुष्टि
किसानों ने उपार्जन केन्द्रों की व्यवस्थाओं को लेकर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि नगद भुगतान और इलेक्ट्रॉनिक तौल प्रणाली ने धान बेचने की प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बना दिया है। किसानों को अब माइक्रो एटीएम से अपनी जरूरत के अनुसार राशि निकालने में आसानी हो रही है। इस व्यवस्था से किसानों को काफी राहत मिल रही है।