
नाली में मिला मनन का शव
मनन, जो मंगलवार को दोपहर 12 बजे घर के बाहर से गायब हुआ था, शुक्रवार को घर से तीन मकान दूर एक नाली में फंसा मिला। नाली के ऊपर सीमेंट के पायदान के नीचे शव देखकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। शव मिलने पर माता-पिता बेसुध हो गए और परिवार में कोहराम मच गया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
सूचना पर पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट, एएसपी विपिन शर्मा, सीओ सिटी देरावर सिंह सोढ़ा और थाना प्रभारी पाना चौधरी मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए बांगड़ अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण और समय स्पष्ट हो पाएगा।
परिजनों ने जताई हत्या की आशंका
परिजनों का कहना है कि मनन की हत्या कर शव को बाद में नाली में डाला गया। उन्होंने यह सवाल उठाया कि चार दिन तक शव नाली में पड़ा होने के बावजूद बदबू क्यों नहीं आई। जिस स्थान पर शव मिला, वहां पहले पुलिस ने तलाशी ली थी, लेकिन कुछ नहीं मिला। परिजनों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।
सवाल जिनका जवाब अभी बाकी
- बदबू का सवाल: अगर शव चार दिन से नाली में था, तो बदबू क्यों नहीं आई?
- सीसीटीवी फुटेज: पुलिस ने इलाके के सभी डीवीआर कब्जे में लिए हैं। क्या कैमरे में कोई सुराग मिलेगा?
- गायब होने के बाद शव का मिलना: शव उसी जगह कैसे मिला, जहां पहले तलाशी ली गई थी?
समुदाय की मांग और ज्ञापन
अखिल भारतीय क्षत्रिय सरगरा महासभा ने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देने का ऐलान किया। महासभा ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग भी की।
नेताओं ने परिजनों को बंधाया ढांढस
घटना के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ और कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने परिजनों को सांत्वना दी। कई जनप्रतिनिधि और पूर्व विधायक परिवार से मिले और शोक प्रकट किया।
पहले भी हो चुकी थी घटना
मनन दो महीने पहले घर के पानी के टांके में गिर गया था। पुलिस के मुताबिक, जिस दिन वह गायब हुआ, सीसीटीवी फुटेज में वह गाड़ियों और बच्चों के पीछे दौड़ता दिखा, लेकिन बाद में लाइट चली गई और वह नजर नहीं आया।
इस घटना ने इलाके में गहरा आक्रोश और शोक का माहौल पैदा कर दिया है।