राइजिंग राजस्थान का प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम सोमवार से शुरू हो गया है। इसमें जोधपुर में 17 हजार करोड़ रुपए के 300 एमओयू पहले ही हो चुके हैं, जिससे 40 हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है। इस बार सिंगल विंडो सिस्टम और रीको के साथ-साथ जेडीए और अन्य विभाग भी मिलकर निवेशकों को जमीन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।
2 हजार करोड़ के नए निवेश प्रस्ताव
जोधपुर में राइजिंग राजस्थान समिट का उद्घाटन सत्र लाइव प्रसारण के माध्यम से दिखाया जाएगा। जिला उद्योग केंद्र और रीको द्वारा इसका आयोजन किया गया। उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक एसएल पालीवाल ने बताया कि जिला स्तरीय कार्यक्रम के बाद 2 हजार करोड़ रुपए के नए निवेश प्रस्ताव आए हैं, जिनके एमओयू भी हस्ताक्षरित हुए हैं।
विशेष विमान से जयपुर पहुंचे जनप्रतिनिधि
राइजिंग राजस्थान के उद्घाटन सत्र में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, और अन्य जनप्रतिनिधि विशेष विमान से जयपुर रवाना हुए। उन्होंने पीएम मोदी के उद्बोधन सत्र में भाग लिया।
उद्योगों को धरातल पर उतारने का प्रयास
- पेट्रोकेमिकल हब और प्लास्टिक आधारित उद्योग: सरकार के साथ एमओयू हुआ है और जल्द ही इसे धरातल पर लाया जाएगा।
- लघु आर्म्स इंडस्ट्री: मारवाड़ में लघु हथियारों की टेस्टिंग सफल रही है, और जल्द ही प्रोडक्शन शुरू होगा। यह रोजगार के नए अवसर प्रदान करेगा।
निवेशकों के विचार
- महेश पुरोहित (निवेशक): “जोधपुर और मारवाड़ में उद्योगों की बड़ी संभावनाएं हैं। सरकार को सिंगल विंडो के जरिए निवेशकों के एमओयू को धरातल पर लाना चाहिए।”
- लघु आर्म्स इंडस्ट्री: सेना के लिए हथियार तैयार करने का काम शुरू हो गया है। यह रोजगार बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा।
निष्कर्ष
राइजिंग राजस्थान समिट के जरिए जोधपुर और मारवाड़ क्षेत्र में उद्योगों और रोजगार के नए रास्ते खुल रहे हैं। यह पहल न केवल क्षेत्र की आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देगी, बल्कि बेरोजगारी की समस्या को भी कम करेगी।