यात्रा के पहले, वेद मंदिर पर विहिप के पदाधिकारी एकजुट हुए और अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को दिवंगत हुए कारसेवकों को श्रद्धांजलि दी। विहिप के क्षेत्रीय संगठन मंत्री सोहन सोलंकी ने कहा कि कारसेवकों के संघर्ष की वजह से ही अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बना है।
यात्रा में भाजपा विधायक पूरन प्रकाश ने बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम पर नाराजगी जताई और कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विहिप के विभाग संगठन मंत्री उमाकांत ने हिंदू समाज को संगठित होने की जरूरत बताई।
सुरक्षा व्यवस्था के तहत सिटी सर्कल के तीन थानों की पुलिस फोर्स शौर्य यात्रा के साथ चल रही थी। मस्जिदों के आसपास भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। शौर्य यात्रा में भाजपा विधायक पूरन प्रकाश, विहिप के मुकेश शुक्ला, बजरंग दल के कार्यकर्ता और अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
इससे पहले, शौर्य यात्रा को लेकर शहर में होर्डिंग्स लगाए गए थे, जिनमें एक होर्डिंग शाही ईदगाह मस्जिद के पास लगाया गया था, जिस पर विवाद हुआ था। मुस्लिम पक्ष ने इस पर आपत्ति जताई, जिसके बाद प्रशासन ने इसे हटा दिया।