तलवार की विशेषताएं:
- लंबाई: 40 इंच
- चौड़ाई: 2.5 से 4.5 इंच
- सामग्री: मैसूर चंदन की लकड़ी
- खिड़कियां: तलवार में छह खिड़कियां सामने और एक साइड में हैं।
- समय: इसे बनाने में दो साल का समय लगा।
सात दृश्यों में महाराणा प्रताप की वीर गाथा:
- पहली खिड़की: महाराणा प्रताप की प्रतिमा।
- दूसरी खिड़की: चेतक के साथ नाला पार करते महाराणा प्रताप।
- तीसरी खिड़की: भामाशाह द्वारा महाराणा प्रताप की मदद।
- चौथी खिड़की: शक्ति सिंह के साथ सुअर के शिकार पर लड़ाई।
- पांचवीं खिड़की: जंगल में घास की रोटी बनाते महाराणा प्रताप।
- छठी खिड़की: चित्तौड़गढ़ का विजय स्तंभ।
- सातवीं खिड़की: हल्दीघाटी का युद्ध दृश्य।
कलाकार की उपलब्धियां:
विनोद जांगिड़ को उनकी उत्कृष्ट कला के लिए नेशनल अवॉर्ड, स्टेट अवॉर्ड और शिल्प गुरु अवॉर्ड मिल चुके हैं। वे अपनी तीसरी पीढ़ी के कलाकार हैं और उनकी कलाकृतियां देश-विदेश में मशहूर हैं।
कैसे चुनी गई तलवार?
सरकारी अधिकारियों ने विनोद का पूरा कलेक्शन देखा और इस तलवार को चुना। विनोद मूल रूप से चूरू के रहने वाले हैं और वर्तमान में जयपुर के रामनगर सोढ़ाला में रहते हैं।
यह तलवार महाराणा प्रताप की वीरता और पराक्रम की अमर कहानी को अनोखे तरीके से प्रदर्शित करती है।