घटना का विवरण:
- घटना सोमवार शाम करीब 7 बजे की है। महिला कांस्टेबल पूनम अपने किराए के कमरे पर पहुंची, जहां कांस्टेबल सियाराम पहले से मौजूद था।
- सियाराम ने सर्विस पिस्टल से पूनम के सीने में गोली मारी और फिर खुद को गले में गोली मार ली।
- गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने थाने में सूचना दी। पुलिस ने दोनों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया।
पूनम और सियाराम की पोस्टिंग:
- दोनों की पुलिस विभाग में नियुक्ति को 2 साल भी नहीं हुए।
- करीब 16-17 महीने पहले दोनों की बेगूं में पोस्टिंग हुई थी।
- पूनम दौसा की रहने वाली है और बेगूं थाने में नियुक्त थी।
- सियाराम कोटा का निवासी है और पुलिस उपाधीक्षक अंजलि सिंह का गनमैन था।
घटना के पहले की स्थिति:
- सोमवार को पूनम ठुकराई पंचायत में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में शामिल थी।
- कार्रवाई के दौरान वह सामान्य नजर आ रही थी।
- शाम को जब वह अपने कमरे पर पहुंची, तब यह घटना हुई।
अस्पताल में स्थिति:
- दोनों को गंभीर हालत में चित्तौड़गढ़ रेफर किया गया।
- पूनम का पहला शब्द “मम्मी…” था, इसके बाद वह कुछ नहीं बोल पाई।
- डॉक्टरों ने बताया कि पूनम के सीने में और सियाराम के गले पर गोली लगी है।
पुलिस का बयान:
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है। जांच जारी है।
भीड़ का जुटना:
घटना की सूचना के बाद अस्पताल में पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी पहुंचे। चिकित्सकों ने तुरंत इलाज शुरू किया और दोनों को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया।