उद्योगपतियों ने क्या कहा?
1. आनंद महिंद्रा (महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन):
आनंद महिंद्रा ने राजस्थानी अंदाज में “खम्मा घणी” से अपनी बात शुरू की। उन्होंने राजस्थान की बावड़ियों को प्राचीन नवाचार का प्रतीक बताते हुए कहा कि जयपुर स्थित महिंद्रा वर्ल्ड सिटी से 5,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार दिया जा रहा है। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, “जे नहीं देख्यो राजस्थान, जग में आके के करयो।”
2. अनिल अग्रवाल (वेदांता ग्रुप के संस्थापक):
अनिल अग्रवाल ने “राम-राम सा” और “खम्मा घणी” से संबोधन शुरू करते हुए राजस्थान के प्राकृतिक संसाधनों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि उनके समूह ने हिंदुस्तान जिंक और केयर्न एनर्जी के जरिए राज्य में 1 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है और 1 लाख रोजगार दिए हैं। उन्होंने राज्य के राजस्व में तीन गुना योगदान और 5 लाख लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य बताया।
3. कुमार मंगलम बिड़ला (आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन):
कुमार मंगलम बिड़ला ने “पधारो म्हारे देश” से भाषण शुरू किया और खुद को मेहमान नहीं, मेजबान बताया। उन्होंने राजस्थान से अपने पारिवारिक जुड़ाव पर बात की और 50,000 करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की। उन्होंने नाथद्वारा में सीमेंट प्लांट लगाने और ज्वेलरी रिटेल बिजनेस के विस्तार की योजना साझा की।
4. करण अदाणी (अदाणी ग्रुप):
करण अदाणी ने राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत की तारीफ करते हुए कहा कि सही प्रगति वही है, जो जड़ों से जुड़े रहते हुए की जाए। उन्होंने राज्य में 7.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश की घोषणा की, जिसमें से आधा निवेश अगले पांच वर्षों में किया जाएगा।
पीएम मोदी ने किया स्टॉल का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समिट के दौरान कन्ट्री पवेलियन और सांगानेरी ब्लॉक प्रिंटिंग स्टॉल का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें चंदन की लकड़ी से बनी महाराणा प्रताप से जुड़ी तलवार भेंट की। इस दौरान राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, अदाणी ग्रुप के गौतम अदाणी, केंद्र और राज्य सरकार के मंत्री, विभिन्न देशों के राजनयिक और उद्योगपति मौजूद रहे।
निवेश और रोजगार के नए आयाम
इस समिट में राजस्थान को उद्योग, रोजगार और निवेश के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाने की बड़ी योजनाओं पर जोर दिया गया।