उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनका लाभ किसानों को खेती में समृद्धि लाने में मदद करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमर उजाला के कृषिका कार्यक्रम में इन योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
किसानों के लिए प्रमुख योजनाएं:
- निराश्रित गोवंश के लिए 1500 रुपये प्रति गोवंश दिए जाएंगे। लगभग एक लाख किसान ऐसे गोवंश रखते हैं।
- खाद्यान्न उत्पादन 2023-24 में 667.13 लाख मीट्रिक टन हुआ, 2024-25 में 705.02 लाख मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य।
- उन्नत बीज वितरण: खरीफ में 9.19 लाख कुन्तल और रबी में 41.53 लाख कुन्तल बीज वितरित किए गए।
- उर्वरक वितरण: 24.69 लाख मीट्रिक टन उर्वरक किसानों को वितरित किया गया।
- कृषि निवेश पर सब्सिडी: 12.20 लाख किसानों को 222.88 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई।
- फसली ऋण वितरण: खरीफ में 44,522 करोड़ और रबी में 27,734 करोड़ रुपये के ऋण का वितरण।
- किसान क्रेडिट कार्ड: 51.16 लाख किसान क्रेडिट कार्ड वितरित किए गए।
- गौ-आधारित प्राकृतिक खेती: प्रदेश के 49 जनपदों में 85,710 हेक्टेयर और बुंदेलखंड में 23,500 हेक्टेयर क्षेत्र में यह खेती शुरू की जा रही है।
प्रधानमंत्री की योजनाएं:
- पीएम-कुसुम योजना: इस योजना के तहत 53,250 सोलर पम्पों की स्थापना का लक्ष्य है, जिसमें से 19,478 सोलर पम्प स्थापित किए जा चुके हैं।
- पीएम फसल बीमा योजना: नवंबर तक 8.20 लाख किसानों को 429.46 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति का भुगतान किया गया।
- पीएम किसान सम्मान निधि योजना: अब तक 2.62 करोड़ किसानों को 79,477 करोड़ रुपये डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में भेजे गए।
एफपीओ और कृषि विज्ञान केंद्र:
- 45 एफपीओ को 1.80 करोड़ रुपये का अनुदान मिलेगा और 10 कृषि विश्वविद्यालयों को 9.5 करोड़ रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
- प्रदेश में 89 कृषि विज्ञान केंद्र सक्रिय हैं और 10 नए कृषि विज्ञान केंद्रों पर काम चल रहा है।
इन योजनाओं के माध्यम से किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने की दिशा में बड़े कदम उठाए जा रहे हैं।