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अवैध कॉलोनी बनाकर बिल्डर हुए गायब, अब एफआईआर दर्ज होगी

महाराजपुर और पुरवा: महाराजपुर और पुरवा में बनी अवैध कॉलोनियों को लेकर नगर निगम ने पुलिस थाना में दस्तावेज सौंपे हैं और एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। इन कॉलोनियों के निर्माण में बिल्डरों ने किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली थी। अब यह मामला पुलिस के पास पहुंचने वाला है।

अवैध कॉलोनी का निर्माण
महाराजपुर में भागचंद साहू ने बिना किसी अनुमति के अवैध कॉलोनी का निर्माण किया था। उन्होंने नगर निगम से नक्शा पास नहीं कराया और न ही टीएंडसीपी से अनुमति ली। साहू ने इस कॉलोनी में दो दर्जन से अधिक घरों का निर्माण किया और ग्राहकों से लाखों रुपए वसूले। जब नगर निगम ने नोटिस जारी किया, तो वह बिना जवाब दिए गायब हो गया। अब निगम ने अधारताल थाना को शिकायत देकर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।

124 अवैध कॉलोनियां चिन्हित
शहर में पहले से ही 124 अवैध कॉलोनियां मौजूद हैं। इन कॉलोनियों का निर्माण बिना किसी स्वीकृति के किया गया है और अभी तक बिल्डरों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। बिल्डर अक्सर सस्ती जमीन पर कॉलोनियां बना कर सस्ते मकानों के लुभावने ऑफर देकर लोगों को बेचते हैं। इसके बाद यहां रहने वाले लोग जलभराव, ड्रेनेज सिस्टम और पानी की समस्याओं का सामना करते हैं।

अवैध निर्माण की अनदेखी
नगर निगम की भवन शाखा आम नागरिकों के निर्माण कार्यों की जांच करती है, लेकिन अवैध कॉलोनियों में किए जा रहे बड़े निर्माण कार्यों की अनदेखी की जाती है। यह वजह है कि नगर में अवैध कॉलोनियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और इन कॉलोनियों में रहने वालों का जीवन मुश्किल हो रहा है। इन कॉलोनियों में सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं, और प्रशासन को इन कॉलोनियों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने के लिए बड़े फंड की जरूरत होती है।

पुरवा में भी अवैध कॉलोनी
गढ़ा थाना क्षेत्र के पुरवा में भी अवैध कॉलोनी का निर्माण हुआ है। चार बिल्डरों – श्रीपाल राज जैन, छत्रसाल सिंघई, राजबली सिंघई और देशराज सिंघई ने दो एकड़ जमीन पर अवैध कॉलोनी बनाकर ग्राहकों से करोड़ों रुपए वसूले। नगर निगम ने इन बिल्डरों को नोटिस जारी किया था, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। अब नगर निगम प्रशासन ने गढ़ा थाना को दस्तावेज सौंपकर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है।

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