राजकीय कन्या महाविद्यालय में मंगलवार को राष्ट्रीय सेवा योजना और मानवाधिकार क्लब के द्वारा मानवाधिकार दिवस मनाया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. संदीप यादव ने कहा कि हर इंसान को उसकी मानवता के कारण कुछ मौलिक अधिकार प्राप्त होते हैं, जिन्हें मानवाधिकार कहा जाता है। इन अधिकारों की रक्षा करना और लागू करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
संस्कृत के सहायक आचार्य डॉ. हेमराज सैनी और राजनीति विज्ञान विभाग की प्रमुख अरुणा अग्रवाल ने बताया कि 10 दिसंबर को हर साल मानवाधिकार दिवस मनाया जाता है। इस साल का थीम “हमारे अधिकार, हमारा भविष्य, अभी” है, जिसका उद्देश्य यह है कि मानवाधिकार केवल इच्छाएं नहीं हैं, बल्कि यह एक व्यावहारिक साधन हैं जो लोगों और समुदायों को एक बेहतर भविष्य के लिए सशक्त बनाते हैं। उन्होंने छात्राओं से मानवाधिकारों के प्रति जागरूक होने और इनके प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन मानवाधिकार क्लब प्रभारी डॉ. बिरम देव ने किया।
विधिक जागरूकता कार्यक्रम:
वहीं, विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सरिता मीणा द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उन्होंने छात्र-छात्राओं को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा आम जनता को न्याय दिलवाने में निभाई जाने वाली भूमिका के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही उन्हें संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों जैसे स्वतंत्रता का अधिकार, जीवन जीने का अधिकार, सुरक्षा का अधिकार, समानता का अधिकार, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार, शिक्षा का अधिकार और नि:शुल्क विधिक सहायता के बारे में बताया। उन्होंने नशा और बाल विवाह के दुष्परिणामों के बारे में भी जानकारी दी और नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 का उल्लेख किया।