इस कॉनक्लेव में 7,000 से अधिक उद्यमी और वर्ल्ड बैंक के प्रतिनिधि भी शामिल हो रहे हैं। समिट का यह दिन विशेष रूप से एमएसएमई क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें राज्य के विकास और एमएसएमई के लिए संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। समिट का उद्देश्य राज्य में व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना है, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और राज्य के उद्योगों को नई दिशा मिलेगी।
समिट के आखिरी दिन सुबह 8:30 बजे से अतिथियों का आगमन शुरू हुआ, और यह दो घंटे तक जारी रहा। इसके बाद, 10:30 बजे कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने स्वागत भाषण दिया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के समिट में भाषण देने के बाद डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा धन्यवाद स्पीच देंगे, और इसके साथ ही समिट का समापन समारोह होगा।
धर्मेंद्र प्रधान विशेष विमान से दिल्ली से जयपुर पहुंचे थे और समिट में भाग लेने के बाद वे समापन समारोह में संबोधन देंगे।
राजस्थान सरकार ने एमएसएमई क्षेत्र के लिए नई नीति भी जारी की है, जो एमएसएमई के लिए बेहतर अवसरों की शुरुआत करेगी। इस समिट के बाद राज्य में एमएसएमई क्षेत्र में व्यापक बदलाव देखने को मिल सकता है, जिससे नई इकाइयां स्थापित होने की उम्मीद जताई जा रही है।