सीएम डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यात्री की सुविधा को प्राथमिकता दी जाए और बस सेवा में ग्रामीण क्षेत्रों और इंटरसिटी मार्गों के महत्व को ध्यान में रखा जाए। इसके अलावा, बस संचालन में तकनीकी सुविधाओं जैसे टिकट बुकिंग, बस ट्रैकिंग और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि यात्रियों को सरलता से सेवाएं मिल सकें।
गौरतलब है कि 2005 में मध्यप्रदेश में सड़क परिवहन निगम को बंद कर दिया गया था। अब, करीब 19 साल बाद राज्य सरकार एक नई यात्री परिवहन सेवा शुरू करने की प्रक्रिया में है। इस सेवा के तहत शहरी, ग्रामीण और अंतर्राज्यीय मार्गों पर बसें चलेंगी, और इसके संचालन का प्रबंधन राज्यस्तरीय होल्डिंग कंपनी द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा, क्षेत्रीय कंपनियां और जिलास्तरीय परिवहन समितियां बनाई जाएंगी।
यात्रियों की सुविधा के लिए आईटी टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा, जैसे ई-टिकट, बस ट्रैकिंग, मोबाइल ऐप, और आसान भुगतान की सुविधाएं।