इन योजनाओं का होगा शुभारंभ
- प्रदेश के 4010 राजकीय विद्यालयों में स्थापित 8020 स्मार्ट कक्षाओं का लोकार्पण किया जाएगा।
- कक्षा 8वीं, 10वीं और 12वीं के 23,100 मेधावी विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए जाएंगे।
- कृषि, ऑटोमोबाइल, ब्यूटी एंड वेलनेस, हेल्थ केयर, इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य क्षेत्रों में 75,325 कौशल सामग्री का वितरण भी होगा।
विद्या समीक्षा केंद्र की खासियत
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि यह केंद्र प्रदेश के 68,000 विद्यालयों, 81 लाख विद्यार्थियों, 4 लाख शिक्षकों, और सवा लाख कर्मचारियों के डेटा की निगरानी करेगा। यह प्लेटफ़ॉर्म राष्ट्रीय विद्या समीक्षा केंद्र से जुड़ा हुआ है, जिससे राज्य के शिक्षा प्रदर्शन पर सटीक निगरानी संभव होगी।
तकनीक और विकास की दिशा में बड़ा कदम
शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह परियोजना विद्यार्थियों के समग्र विकास, शिक्षकों को सशक्त बनाने और शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद करेगी।
- तकनीक, डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग से राज्य शिक्षा में नई ऊंचाइयों को छुएगा।
- इस पहल से विद्यार्थियों का भविष्य उज्ज्वल और समृद्ध बनाने में सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आधुनिक पहल राज्य के विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए मील का पत्थर साबित होगी और शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।