हादसे की जानकारी:
पवन कुमार नामक टैक्सी ड्राइवर ने महात्मा गांधी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस हादसे में अब तक दो लोगों की जान जा चुकी है। हादसे के कारणों का पता नहीं चल सका है, और यह सवाल उठ रहा है कि आखिर सीएम के काफिले के रूट पर यह गाड़ी कैसे घुसी।
सीएम की सुरक्षा में चूक पर सवाल:
यह घटना सीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक के रूप में देखी जा रही है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
मृतक एएसआई की पत्नी ने उठाए सवाल:
मृतक एएसआई सुरेंद्र सिंह की पत्नी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पति ने सीएम को बचाते हुए अपनी जान दी, लेकिन मुख्यमंत्री उनसे मिलने तक नहीं आए। उन्होंने सरकार से लिखित आश्वासन की मांग की।
टैक्सी ड्राइवर के वाहन का पंजीकरण रद्द होगा:
काफिले को टक्कर मारने वाली गाड़ी का पंजीकरण रद्द किया जाएगा। गाड़ी का नंबर RJ14 TF9503 था, और जयपुर RTO इसे निरस्त करेगा। इसके अलावा, ड्राइवर का लाइसेंस भी निलंबित किया जाएगा। रिपोर्ट में यह दुर्घटना तेज गति से गाड़ी चलाने और रॉन्ग साइड से आने के कारण मानी गई है।
यूएई से जुड़ा था ड्राइवर:
टैक्सी ड्राइवर पवन कुमार के पास संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) का रेजिडेंट आइडेंटिटी कार्ड मिला है। बताया जा रहा है कि वह यूएई में भी ड्राइवर था। सोशल मीडिया पर इसकी एक फोटो भी वायरल हो रही है।
हादसे का विवरण:
घटना के समय मौजूद लोगों के अनुसार, टैक्सी ड्राइवर रॉन्ग साइड से आया, और तैनात एएसआई सुरेंद्र सिंह ने उसे रोकने की कोशिश की। लेकिन वह एएसआई को टक्कर मारते हुए सीएम के काफिले में घुस गया। इसके बाद काफिले की सबसे आगे चल रही गाड़ी को टक्कर लगी, और दो गाड़ियां सड़क से नीचे उतर गईं।