जल क्रांति की कहानी प्रदर्शित होगी
गांव में “पेयजल का समाधान, मेरे गांव की नई पहचान” थीम पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी। बुंदेलखंड की महिलाएं, जिन्होंने पानी की कमी से वर्षों तक संघर्ष किया, अपने अनुभव साझा करेंगी। झांसी, चित्रकूट, और बांदा जैसे इलाकों की महिलाओं की प्रेरणादायक कहानियां सुनने को मिलेंगी।
51 दिन की प्रदर्शनी का आयोजन
यह प्रदर्शनी 5 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगी। इसमें जल जीवन मिशन की उपलब्धियों को हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, तेलुगू और मराठी भाषाओं में प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि देशभर से आए श्रद्धालु इसे समझ सकें।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहल
- “जल मंदिर” की स्थापना की जाएगी, जिसमें भगवान शिव की जटा से गंगा प्रवाहित होती दिखाई देगी।
- हर सुबह और शाम जल आरती आयोजित होगी, जिसमें जल संरक्षण का संदेश दिया जाएगा।
डबल इंजन सरकार की उपलब्धियां
योगी सरकार ने जल जीवन मिशन के तहत बुंदेलखंड और विंध्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाया है। जिन गांवों में पहले पानी की भारी समस्या थी, अब वहां शुद्ध पेयजल उपलब्ध है। महिलाएं अब पानी लाने के लिए मीलों तक सफर नहीं करतीं।
प्रदर्शनी के मुख्य बिंदु
- महाकुंभ में 40 हजार स्क्वायर फीट का “हर घर जल गांव”।
- जल जीवन मिशन की सफलता और बुंदेलखंड की महिलाओं की कहानियां।
- “जल मंदिर” में जल संरक्षण का संदेश और जल आरती।
- प्रदर्शनी पांच भाषाओं में उपलब्ध होगी।
- 51 दिनों तक चलने वाली प्रदर्शनी में इंटरैक्टिव सत्र और कार्यक्रम।
यह पहल महाकुंभ में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को जल संरक्षण और जल जीवन मिशन की महत्वपूर्ण उपलब्धियों से अवगत कराएगी।