सर्दियां शुरू होते ही अंबाला के बाजार गजक की खुशबू से महक उठे हैं। जगह-जगह गुड़ और तिल की गजक के स्टाल सज गए हैं। ज्यादातर दुकानों पर ग्वालियर की गजक के बैनर लगे हुए हैं। हर साल ग्वालियर से कारीगर बुलाकर यहां गजक तैयार की जाती है।
ड्राई फ्रूट और खजूर गजक की मांग:
इस बार बाजार में गुड़ और तिल की गजक के साथ-साथ ड्राई फ्रूट और खजूर गजक की भी खूब मांग है।
- गुड़-तिल गजक: 60-70 रुपये प्रति 250 ग्राम।
- फ्रूट गजक: 600 रुपये प्रति किलो।
- खजूर गजक: 320 रुपये प्रति किलो।
- खस्ता गजक: 280 रुपये प्रति किलो।
ग्वालियर से आते हैं कारीगर:
दुकानदार अशोक कुमार ने बताया कि वे हर साल ग्वालियर से 20 कारीगर बुलाकर गजक बनवाते हैं। गुड़ और चीनी के दाम बढ़ने के बावजूद वे पुराने दामों पर ही गजक बेच रहे हैं। हालांकि, तिल के दाम बढ़ने से थोड़ी कमी जरूर हुई है।
गजक का नया ट्रेंड:
इस बार बाजार में फ्रूट गजक और खजूर गजक का खास क्रेज है। फ्रूट गजक में सूखे फल मिलाए जाते हैं, जबकि खजूर गजक कम मीठा पसंद करने वालों की पहली पसंद बन रही है।