पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पाइट) में जल प्रदूषण की समस्याओं के समाधान के लिए देशभर से आए 168 युवा दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पानीपत समेत देश के 51 नोडल केंद्रों के छात्रों से ऑनलाइन बात कर उनका हौसला बढ़ाया। इस दौरान जल संरक्षण और स्वच्छता जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
हैकाथॉन में जल संरक्षण पर काम
स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन (एसआईएच) में देशभर के विभिन्न केंद्रों पर अलग-अलग समस्याओं का समाधान निकाला जा रहा है। हरियाणा के पानीपत नोडल केंद्र पर जल संरक्षण और स्वच्छता पर काम किया जा रहा है। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों के इंजीनियरिंग छात्रों की टीमें 15 दिसंबर तक समाधान तैयार करेंगी। सर्वश्रेष्ठ टीम को सम्मानित करने के साथ केंद्र सरकार से सहयोग भी मिलेगा।
कार्यक्रम की शुरुआत और पीएम का संबोधन
कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ऑनलाइन किया। इसके बाद शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों से बात की। पीएम ने श्रीनगर, मुंबई, बंगलुरु और अहमदाबाद जैसे केंद्रों के छात्रों के प्रोजेक्ट भी देखे।
प्रोजेक्ट पर चर्चा और युवा ऊर्जा की सराहना
पीएम ने कहा कि स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन देश की समस्याओं का हल निकालने में मददगार साबित हुआ है। युवाओं की ऊर्जा और नए दृष्टिकोण से देश सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। एसआईएच ने कई स्टार्टअप्स को जन्म दिया है और युवाओं को अपने सपनों को साकार करने का मंच प्रदान किया है।
पाइट में मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में पाइट के वाइस चेयरमैन राकेश तायल, नोडल केंद्र प्रमुख डॉ. श्रुति, एआईसीटीई के अश्विन, शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और अन्य अधिकारी शामिल हुए।
युवाओं के प्रोजेक्ट और पीएम का संदेश
कर्नाटक की टीम ने पीएम को “दोस्त एप” का प्रोजेक्ट दिखाया, जो विशेष बच्चों की मदद करेगा। अन्य केंद्रों पर साइबर सुरक्षा, स्पेस टेक्नोलॉजी और जल प्रदूषण जैसे मुद्दों पर प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे हैं। पीएम ने कहा कि युवाओं की भागीदारी से देश की तस्वीर बदलेगी और भारत सही राह पर है।