करीब दस महीने पहले होसपेट में रामसापीर मंदिर की प्रतिष्ठा हुई थी। मंदिर में बाबा रामदेव की प्रतिमा चांदी के बने घोड़े पर सवार है और हाथ में भाला लिए हुए हैं। इस मंदिर में बाबा रामदेव के साथ-साथ अन्य देवी-देवताओं की भी प्रतिमाएं स्थापित हैं, जैसे कि हरजी भाटी, सुगनाबाई, लाछाबाई, धर्मराजा और कुबेर देवता की प्रतिमाएं। साथ ही मंदिर परिसर में जगदम्बा माता, शिव परिवार, राम दरबार, और राधाकृष्ण की प्रतिमाएं भी हैं।
मंदिर की दीवारों पर बाबा रामदेव के द्वारा दिए गए संदेशों को कला के रूप में उकेरा गया है। इसके अलावा, संतों की तस्वीरें जैसे कि संत खेताराम महाराज, पीर शांतिनाथ महाराज, और राजाराम महाराज की भी दीवारों पर लगी हुई हैं।
मंदिर के दर्शन के लिए भक्तगण रोजाना आते हैं, और विशेष अवसरों पर यहां बड़ी भीड़ होती है। मंदिर का संचालन श्री रामदेवजी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। इस ट्रस्ट के सचिव मूलचंद शर्मा मोकलसर ने बताया कि मंदिर का निर्माण 2007 में भूमि पूजन के साथ शुरू हुआ था, और 22 फरवरी 2024 को इसकी प्रतिष्ठा हुई थी।
मंदिर का मुख्य द्वार हनुमान और गजानन की प्रतिमाओं से सुसज्जित है, और यहां के भक्तगण हर दिन पूजा अर्चना करते हैं।