दिसंबर के पहले पखवाड़े में ठंडी की शुरुआत होते ही इन विशेष मिठाइयों और स्नैक्स की दुकानें बाजारों में सज गई हैं। खासकर मुरैना की शाही गजक की मांग सबसे ज्यादा है और शहर में इस साल कई दुकानें गजक बेचने के लिए खुली हैं। गजक की कीमत इस बार 240 रुपए से लेकर 400 रुपए प्रति किलो तक है, जबकि मूंगफली चिकी का दाम 200 रुपए प्रति किलो है।
गजक बनाने वाले कारोबारियों को इस साल अच्छे व्यापार की उम्मीद है, क्योंकि मौसम के मिजाज से उन्हें लगता है कि सर्दी में गजक की बिक्री बढ़ेगी। मौसम विभाग भी ठंड का अनुमान लगा रहा है, जिससे गजक की बिक्री में और इज़ाफा हो सकता है। इस बार गजक की कई नई वैरायटी मार्केट में आई हैं, जैसे कि तिल पट्टी, काजू पट्टी, तिल लड्डू, तिल बर्फी, गजक समोसा, गजक कचौरी, गजक बालूशाही और गजक रोल।
गजक के कारोबारियों का कहना है कि इस साल सर्दी के मेवा के दाम में करीब दस प्रतिशत तक बढ़ोतरी हुई है, जो सामान्य है।
ठंड के कारण तापमान भी गिरा है। उत्तर भारत में बर्फबारी के कारण सर्द हवाएं चल रही हैं और गुरुवार को दिनभर सर्द हवाओं ने परेशानी बढ़ाई। गुरुवार को अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।