दरअसल, कई स्कूलों में स्कूल प्रबंधन समितियों या अन्य संस्थाओं के माध्यम से सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। अब निदेशालय ने उन सभी कैमरों का रिकॉर्ड मांगा है, चाहे वे किसी भी माध्यम से लगाए गए हों। विभाग यह भी जानना चाहता है कि कितने स्कूलों में कैमरे लगे हैं और वे सही तरीके से काम कर रहे हैं या नहीं। जिन स्कूलों में पहले से कैमरे लगे हैं, उनका भी रिकॉर्ड दिया जाएगा।
इस रिकॉर्ड को एकत्र करने के लिए शिक्षा अधिकारी जिम्मेदार होंगे। अधिकारियों का कहना है कि इससे विद्यार्थियों की सुरक्षा को और मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही, जिन स्कूलों में कैमरे नहीं हैं, वहां भी कैमरे लगाए जा सकेंगे।