
राजस्थान के सीकर शहर में सोमवार को 12 वर्षीय मासूम कुलदीप की पांच मंजिला इमारत से गिरने से मौत हो गई। वह पतंग लूटने के लिए इमारत की छत पर गया था, लेकिन रोशनदान से गिरकर हादसे का शिकार हो गया।
20 मिनट तक तड़पता रहा बच्चा
वार्ड नंबर 41 में कुलदीप हादसे के बाद करीब 20 मिनट तक जमीन पर तड़पता रहा। आसपास काम कर रहे लोगों ने उसे देखा और परिजनों को सूचना दी। भाई हेमंत ने बताया कि कुलदीप को निजी वाहन से तुरंत एसके अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
परिवार में पहले ही गहरा था दुख
कुलदीप तीन भाई-बहनों में सबसे छोटा और सबका लाडला था। उसके पिता की मौत 9 साल पहले हो चुकी थी, और बड़ा भाई मजदूरी करके घर का खर्चा चलाता है। मां मीनू कंवर पति के बाद अब बेटे को खोने के सदमे में बेसुध है।
रेजीडेंसी मालिक और नगर परिषद की लापरवाही
घटना के बाद लोगों ने रेजीडेंसी के मालिक और नगर परिषद पर सवाल उठाए। रेजीडेंसी में बिना अनुमति के एक मंजिल ज्यादा बनाई गई थी। सुरक्षा इंतजामों की कमी के चलते यह हादसा हुआ। नगर परिषद ने मासूम की मौत के बाद रेजीडेंसी मालिक को अतिक्रमण का नोटिस जारी किया।
धरना और मुआवजे की मांग
मंगलवार को परिजनों और वार्डवासियों ने सुबह 9 बजे से मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। वे रेजीडेंसी मालिक के खिलाफ कार्रवाई और 50 लाख मुआवजे की मांग कर रहे थे। प्रशासन ने समझाने की कोशिश की, लेकिन शाम 6 बजे 15 लाख मुआवजे और सरकारी सहायता के आश्वासन पर सहमति बनी।
बिल्डिंग में सुरक्षा इंतजाम अधूरे
बिल्डिंग में सुरक्षा गार्ड, सीसीटीवी कैमरे और अन्य जरूरी इंतजाम नहीं थे। चारदीवारी छोटी थी और लिफ्ट की जगह भी खुली पड़ी थी, जिससे यह हादसा हुआ।
पतंग के सीजन में बढ़ी चुनौतियां
मकर संक्रांति के नजदीक आने से पतंगबाजी का दौर शुरू हो गया है। बच्चों को पतंग लूटने से रोकने के लिए परिवार और प्रशासन को सतर्क रहना होगा। साथ ही, चाइनीज मांझे की बिक्री पर सख्त कार्रवाई की जरूरत है, जो हर साल कई हादसों का कारण बनता है।