भारत के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान किया। उन्होंने गाबा टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी। इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा भी उनके साथ मौजूद थे।
पहले टेस्ट के बाद लेना चाहते थे संन्यास
रोहित शर्मा ने खुलासा किया कि अश्विन पर्थ टेस्ट के बाद ही संन्यास लेना चाहते थे। लेकिन टीम संयोजन को ध्यान में रखते हुए उन्हें पिंक बॉल टेस्ट (एडिलेड डे-नाइट) तक खेलने के लिए मना लिया गया। रोहित ने बताया, “अश्विन ने कहा कि अगर सीरीज में उनकी जरूरत नहीं है, तो बेहतर होगा कि वे खेल को अलविदा कह दें। हमने उनसे बात की और किसी तरह उन्हें एडिलेड टेस्ट तक रुकने के लिए मना लिया।”
अश्विन का बयान
अश्विन ने कहा, “एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में यह मेरा आखिरी मैच है। मैं अब क्लब क्रिकेट खेलना जारी रखूंगा। मैंने अपने करियर का भरपूर आनंद लिया। बीसीसीआई, साथी खिलाड़ियों, कोच और अपने कप्तानों रोहित, विराट और रहाणे का आभार प्रकट करता हूं, जिन्होंने मेरे विकेट लेने में मदद की।”
अश्विन के करियर की झलक
- टेस्ट क्रिकेट: 106 मैच, 537 विकेट, 3503 रन (6 शतक)।
- वनडे क्रिकेट: 116 मैच, 156 विकेट।
- टी-20 क्रिकेट: 65 मैच, 72 विकेट।
- कुल विकेट: 765 (287 मैच)।
- भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज: अश्विन से आगे सिर्फ अनिल कुंबले (953 विकेट)।
- प्रथम श्रेणी क्रिकेट: 8 शतक।
अश्विन और विराट का भावुक पल
संन्यास से पहले अश्विन को ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के साथ बैठा देखा गया। विराट ने उन्हें गले लगाया और विदाई दी। अश्विन ने अपनी टीम और ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम को भी धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने उनके खिलाफ खेलना हमेशा एंजॉय किया।