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पांच साल बीते, लेकिन यमुना की सफाई का वादा अधूरा, केजरीवाल सरकार पर सवाल

दिल्ली चुनाव 2025:

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। एक ओर जहां राजनीतिक दल चुनावी तैयारियों में जुटे हैं, वहीं आम जनता ने भी अपनी राय और सवाल साफ कर दिए हैं। लोगों ने दिल्ली सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।

यमुना सफाई पर उठे सवाल:
दिल्लीवासियों का कहना है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 5 साल पहले यमुना को साफ करने का वादा किया था। लेकिन आज भी यमुना नदी की स्थिति बेहद खराब है। स्थानीय निवासी पंडित राजू झा ने कहा,
“पांच साल पहले केजरीवाल ने वादा किया था कि यमुना को साफ करेंगे। लेकिन, आज भी नदी की हालत ज्यों की त्यों है। यहां तक कि नदी के पास जाने पर बीमार होने का खतरा है। सरकार को यमुना की सफाई पर ध्यान देना चाहिए।”

गंदगी और झूठे दावे:
पंडित सुरेश कुमार झा ने कहा,
“यमुना में इतनी गंदगी है कि लोग पूजा-पाठ करने में भी हिचकिचाते हैं। सरकार सिर्फ दावे करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा। हर जगह गंदगी है और यमुना की हालत नाले जैसी हो चुकी है।”

आस्था से खिलवाड़:
स्थानीय निवासी हवलदार विश्वकर्मा ने कहा,
“यमुना से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। लेकिन, आज इसकी हालत इतनी खराब हो चुकी है कि इसमें हाथ धोने या पूजा करने की भी हिम्मत नहीं होती। पानी इतना जहरीला लग रहा है कि कोई इसके पास जाने से भी डरता है। सरकार को यमुना की सफाई और सौंदर्यीकरण पर ध्यान देना चाहिए।”

न पीने योग्य, न नहाने योग्य पानी:
एक अन्य स्थानीय निवासी ने यमुना की दुर्दशा पर कहा,
“यमुना अब गंदे नाले जैसी बन चुकी है। इसमें झाग, गंदगी और बदबू भरी हुई है। न तो यह पानी पीने योग्य है और न ही नहाने लायक। लोग इस नदी के पास जाने से भी डरते हैं। घाट की सुंदरता पूरी तरह खत्म हो चुकी है।”

जनता का सवाल:
दिल्ली की जनता का कहना है कि केजरीवाल सरकार ने जो वादे किए थे, उनमें से यमुना सफाई जैसे अहम वादे अब तक अधूरे हैं। लोग सरकार से उम्मीद कर रहे हैं कि इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।

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