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तानसेन समारोह 2024: सुरों के जादू में खो गए दर्शक

तानसेन संगीत समारोह 2024 का तीसरा दिन सुर-ताल और राग के बेहतरीन समागम से भरा रहा, जिसमें दर्शक संगीत की मधुर धुनों में खो गए। इस दिन की शुरुआत ब्रम्हनाद के साधकों के गायन और वादन से हुई, जिन्होंने अपने संगीत से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

शुभा मुद्गल और रोनू मजूमदार की खास प्रस्तुति

शाम की सभा में दिल्ली की प्रसिद्ध गायिका शुभा मुद्गल और मुंबई के बांसुरी वादक पंडित रोनू मजूमदार की प्रस्तुति विशेष रही। शुभा मुद्गल ने अपने गायन से संगीत प्रेमियों का दिल जीता, वहीं रोनू मजूमदार ने बांसुरी के सुरों से श्रोताओं को रोमांचित किया।

वायलिन और गिटार की जादूगरी

सुबह की सभा में वायलिन वादन की एक शानदार जुगलबंदी देखी गई, जिसमें महेश मलिक और अमित मलिक ने राग बैरागी भैरव प्रस्तुत किया। इसके बाद, गिटार वादिका कमला शंकर ने राग शुद्ध सारंग से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। उनके साथ तबले पर पंडित ललित कुमार ने संगत दी।

विभिन्न रागों में गायन

उम्र में छोटी, लेकिन आवाज में मखमली गायिका भव्या सारस्वत ने राग हिंडोल और मुल्तानी में शानदार बंदिशें प्रस्तुत की। सुरों से भरपूर इस प्रस्तुति के साथ पखावज पर जयंत गायकवाड़ ने संगत की।

अन्य कलाकारों की प्रस्तुतियाँ

राग भीमपलासी में सुरबहार वादक अश्विन दलवी की प्रस्तुति बहुत ही आकर्षक रही। इसके बाद, पंडित (डॉ.) नागराजराव हवलदार ने कर्नाटक संगीत के राग अभोगी में गायन प्रस्तुत किया।

शाही संगीत और विदेशी बैंड की प्रस्तुति

शाम की सभा में फ्रांस से आए संगीत बैंड ने जैज संगीत से श्रोताओं को रोमांचित किया। इसके अलावा, जयपुर-अतरौली घराने के पं. स्वपन चौधरी ने अपनी प्रस्तुति से संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध किया।

तानसेन समारोह में विशेष आयोजन

तानसेन समारोह के अंतर्गत, एक फूड फेस्टिवल भी आयोजित किया गया, जिसमें चंबल, बुंदेलखंडी, मालवा और बघेलखंडी व्यंजनों का स्वाद लिया जा सकता था। इसके अलावा, एक नाद प्रदर्शनी भी लगाई गई, जिसमें 600 से अधिक वाद्ययंत्र प्रदर्शित किए गए।

तानसेन सम्मान समारोह

18 दिसंबर को तानसेन सम्मान समारोह में पं. स्वपन चौधरी को तानसेन सम्मान से नवाजा जाएगा। साथ ही राजा मानसिंह तोमर सम्मान भी सानंद न्यास को दिया जाएगा।

तानसेन समारोह 2024 का आयोजन संगीत और कला प्रेमियों के लिए एक अद्भुत अनुभव बन गया है, जिसमें भारतीय और विदेशी कलाकारों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।

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