मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा दिल्ली में महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष विजया राहटकर के गृह प्रवेश और गीता पाठ कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे।
मंत्रिमंडल विस्तार में क्या हो सकता है आधार?
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार मंत्रियों और विधायकों के प्रदर्शन (परफॉर्मेंस) के आधार पर हो सकता है। साथ ही, भाजपा जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए मंत्रियों का चयन कर सकती है। इसमें अच्छे प्रदर्शन करने वाले मंत्रियों को प्रमोशन मिल सकता है, जबकि संतोषजनक काम नहीं करने वाले मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बाहर किया जा सकता है। इसके अलावा, उपचुनाव में जीत हासिल करने वाले नए विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है।
इन विधायकों के नाम हैं चर्चा में
उपचुनाव में बीजेपी को बड़ी सफलता मिली है, जिसमें 7 विधानसभा सीटों में से 5 सीटों पर जीत हासिल हुई है। इसके बाद, जिन विधायकों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की संभावना है। खींवसर सीट पर 16 साल बाद बीजेपी को जीत दिलाने वाले रेवंतराम डागा का नाम भी मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए चर्चा में है। इसके अलावा, झुंझुनूं से बीजेपी विधायक राजेंद्र भांबू ने 21 साल बाद जीत हासिल की है, जिसके चलते उनके मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना भी जताई जा रही है।