मंदिर के ताले में सालों से जमी मिट्टी और बंद अवस्था को देखते हुए इलाके में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
मंदिर पर विवाद की स्थिति
वाराणसी के मुस्लिम बहुल मदनपुरा इलाके में यह मंदिर कई वर्षों से बंद पड़ा था। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि यह मंदिर लगभग 250 साल पुराना है। मंदिर में पूजा-पाठ की अनुमति को लेकर विवाद की संभावना को देखते हुए प्रशासन सतर्क है।
महिलाओं ने शुरू की पूजा
मंदिर की खबर फैलते ही स्थानीय महिलाएं मौके पर पहुंचकर पूजा-अर्चना करने लगीं। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य किसी प्रकार का विवाद खड़ा करना नहीं है, बल्कि वे चाहती हैं कि मंदिर के ताले खोले जाएं ताकि वे पूजा कर सकें। पुलिस ने एहतियात के तौर पर आसपास की दुकानें बंद करवा दीं।
सनातन रक्षक दल ने की सीएम योगी से अपील
सनातन रक्षक दल के सदस्य भी मंदिर का मामला सुनकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि इस मामले में हस्तक्षेप करें और मंदिर को खुलवाने की कार्रवाई सुनिश्चित करें।
मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मंदिर का उल्लेख काशीखंड में भी मिलता है। मंदिर के पास स्थित “सिद्धतीर्थ कूप” भी इसका धार्मिक महत्व बढ़ाता है।
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मंदिर पर ताला किसने लगाया और कब से यह बंद पड़ा है।
प्रशासन का रुख
डीसीपी काशी गौरव बंशवाल ने कहा कि फिलहाल मंदिर का ताला खोलने का कोई आदेश नहीं दिया गया है। स्थिति को शांत बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई है।