तलाशी में बरामद सामान
- बीएमडब्ल्यू और मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें।
- रोलेक्स और राडो ब्रांड की महंगी घड़ियां।
- 1.20 करोड़ रुपये नकद।
- करोड़ों रुपये की संपत्ति के दस्तावेज।
गिरफ्तार अधिकारी
- सीपीएस चौहान: संयुक्त विकास आयुक्त।
- प्रसाद वरवंतकर: उप-विकास आयुक्त।
- इन दोनों अधिकारी SEEPZ में तैनात थे।
कैसे हुआ खुलासा?
17 दिसंबर को SEEPZ कार्यालय में सीबीआई की जॉइंट टीम ने औचक निरीक्षण किया।
- मनोज जोगलेकर नामक व्यक्ति रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
- उसने खुलासा किया कि वह वरिष्ठ अधिकारियों के लिए रिश्वत इकट्ठा करता है।
रिश्वत का मामला
सीबीआई की जांच में पता चला कि अधिकारी:
- जगह आवंटन।
- आयातित माल के निपटान।
- कॉन्ट्रैक्ट की मंजूरी के बदले रिश्वत मांगते थे।
अन्य बरामदगी
- 27 अचल संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज।
- मुंबई में अधिकारियों के घरों और दफ्तरों की तलाशी में बड़ी मात्रा में संपत्ति के प्रमाण मिले।
सीबीआई की सख्त कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई ने न केवल आरोपियों को गिरफ्तार किया, बल्कि रिश्वतखोरी के रैकेट का भी पर्दाफाश किया।
मामले की जांच अभी जारी है।