पुजारियों के लिए स्मार्टफोन का उपयोग प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा, एक ड्रेस कोड भी लागू किया जाएगा जिसमें पीली चौबंदी, धोती, कुर्ता और सिर पर पीले रंग की पगड़ी पहननी होगी। भगवा रंग का ड्रेस भी इस ड्रेस कोड का हिस्सा होगा।
पुजारियों को मंदिर, कुबेर टीला और हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए सात-सात के दो ग्रुप्स में बांटा गया है। चार पुजारी गर्भगृह में जबकि तीन पुजारी गर्भगृह के बाहर ड्यूटी देंगे। जल्द ही दूसरे बैच का पुजारियों का प्रशिक्षण भी शुरू होगा, क्योंकि रामजन्मभूमि परिसर में 19 मंदिर बन रहे हैं और पुजारियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
मेधा पाटकर की टिप्पणी: सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर ने अयोध्या में राम के दर्शन पर बढ़ती पाबंदियों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सभी के अंदर राम हैं, फिर क्यों राम के दर्शन के लिए इतनी पाबंदियां हैं। पाटकर ने अयोध्या में हो रहे विकास पर भी चिंता जताई, और कहा कि यह क्षेत्र अब होटल के रूप में बदलने लगा है, जहां लोगों को दर्शन के लिए पैसों की जरूरत होती है।