विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में नसों में सिकुड़न बढ़ जाती है और तंत्रिकाओं के आसपास सूजन भी हो जाती है, जिससे दर्द और भी तेज हो जाता है। इस मौसम में माइग्रेन, सर्वाइकल स्पोंडोलोसिस, गर्दन और कमर का दर्द आम हो जाता है। स्पाइनल कॉर्ड में गर्दन से लेकर कमर तक कहीं भी दर्द हो सकता है।
वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ. फहीम अंसारी ने बताया कि तंत्रिकाएं स्पाइनल कॉर्ड से निकलती हैं और यदि रीढ़ के आसपास सूजन हो, तो तंत्रिकाएं प्रभावित होती हैं। डायबिटीज और थायरॉइड के रोगियों को भी इस समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन डी की कमी और गठिया के रोगियों में सूजन की समस्या से तंत्रिकाओं का दर्द बढ़ रहा है। सर्दियों में इस प्रकार के दर्द से पीड़ित रोगियों की संख्या और भी बढ़ रही है।
रोगियों के लिए सुझाव:
- गाय के घी का सेवन करें।
- तंबाकू का सेवन न करें।
- तांबे के बर्तन में खाना पकाएं।
- गर्म पानी से नहाएं और नहाने से पहले तेल की मालिश करें।
- गर्म पानी और ग्रीन टी का सेवन करें।
- गर्दन को ठंड से बचाकर रखें।
- अंजीर और पिस्ता का सेवन करें।