लॉटरी की प्रक्रिया
अगर किसी उम्मीदवार को पड़ोस, पूर्व छात्र, भाई-बहन और गर्ल चाइल्ड जैसे मानकों के तहत अंक मिलते हैं, तो उसे लॉटरी में नहीं भागना पड़ेगा और उसका दाखिला सीधे हो जाएगा। लेकिन जिनके अंक 60-70 तक हैं, उन्हें दाखिला पाने के लिए लॉटरी का सहारा लेना होगा। कई नामी स्कूलों में लॉटरी निकाली जाएगी, जैसे कि डीपीएस, लक्ष्मण पब्लिक स्कूल, मदर्स इंटरनेशनल, सेंट कोलबंस और बाल भारती स्कूल।
लॉटरी के नियम
अगर स्कूल में 90 सीटें हैं और इन सीटों के लिए तीन दावेदार हैं, तो लॉटरी निकाली जाएगी। लॉटरी में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए स्कूलों को वीडियोग्राफी करनी होगी और वीडियो फुटेज को रखना जरूरी होगा। स्कूल लॉटरी अभिभावकों की उपस्थिति में ही करेंगे और इसकी सूचना दो दिन पहले देंगे।
नतीजे और अगला कदम
अगर किसी को मनपसंद स्कूल में पहले दौर में दाखिला नहीं मिलता, तो उसे दूसरी सूची का इंतजार करना होगा