हाईकोर्ट के आदेश से निराशा
हाईकोर्ट के आदेश के बाद पीड़िता ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि एसीपी मोहसिन खान और उनके वकील झूठे आरोप लगाकर उसे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वकील ने उन पर मोहसिन खान के बच्चों को नुकसान पहुंचाने का झूठा आरोप लगाया है।
पुलिस पर भरोसा, लेकिन बढ़ती समस्याएं
पश्चिम बंगाल की यह छात्रा, जो कानपुर आईआईटी से पीएचडी कर रही है, ने कानपुर पुलिस पर भरोसा जताया है। लेकिन उन्होंने कहा कि इतने बड़े अपराध का शिकार होने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ अभी तक कड़ी कार्रवाई नहीं हुई है।
महिलाओं को न्याय के लिए संघर्ष
छात्रा ने कहा कि भारतीय महिलाओं को न्याय पाने के लिए कठिन संघर्ष करना पड़ता है। उन्होंने अपनी प्रतिष्ठा और करियर दांव पर लगाकर यह लड़ाई शुरू की है, लेकिन अगर इसी तरह झूठे आरोप लगते रहे तो उनका भविष्य बर्बाद हो सकता है।
आत्मघाती कदम उठाने की चेतावनी
पीड़िता ने कहा कि वह न्याय की उम्मीद में लगातार संघर्ष कर रही है, लेकिन व्यवस्था से निराश होकर वह आत्महत्या जैसा कदम उठा सकती है। उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस से अपील की है कि उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज न किए जाएं।
न्याय की मांग
पीड़िता ने कहा कि मोहसिन खान के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज होने के बाद भी न तो उसे निलंबित किया गया है और न ही कोई कार्रवाई हुई है। उन्होंने न्याय की उम्मीद जताई है और कहा है कि वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगी।