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बुंदेलखंड: हर मिनट में हो रही दो सड़क दुर्घटनाएं, 20% मामलों में नशाखोरी बनी कारण

सागर. तेज रफ्तार और नशे में वाहन चलाने जैसी लापरवाहियों की वजह से बुंदेलखंड के सागर संभाग में हर मिनट करीब दो सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं। 108 एम्बुलेंस सेवा की रिपोर्ट के अनुसार, सागर जिले में सबसे ज्यादा हादसे हुए, जबकि पन्ना जिले में सबसे कम।

सागर जिले में सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं
सागर जिले के शहरी क्षेत्र में अन्य तहसीलों की तुलना में तीन गुना अधिक सड़क हादसे हुए। 2024 में सागर तहसील में 2294 दुर्घटनाएं दर्ज हुईं।

शाम के समय सबसे ज्यादा हादसे
रिपोर्ट के अनुसार, शाम 6 बजे से रात 12 बजे के बीच सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं हुईं। तेज रफ्तार, ओवरटेकिंग, और मोड़ पर लापरवाही से गाड़ी चलाना हादसों का मुख्य कारण रहा।

गोल्डन ऑवर की अहमियत
किसी भी दुर्घटना के बाद पहले एक घंटे को “गोल्डन ऑवर” कहते हैं। इस दौरान घायल को सही इलाज मिलने से जान बचने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए, दुर्घटना होने पर तुरंत 108 एम्बुलेंस को कॉल करें।

दुर्घटनाओं के मुख्य कारण

  • नशे में वाहन चलाना
  • तेज रफ्तार
  • दिशा सूचकों की अनदेखी

सागर जिले में तहसीलवार हादसों की स्थिति (2024)

  • बंडा: 798
  • बीना: 526
  • देवरी: 760
  • गढ़ाकोटा: 321
  • खुरई: 823
  • सागर (शहरी क्षेत्र): 2294

संभाग की स्थिति (2024)

  • सागर: 6415
  • छतरपुर: 2828
  • दमोह: 1956
  • पन्ना: 1294
  • टीकमगढ़: 2365

लापरवाही बनी मुख्य वजह
दुर्घटनाओं में लापरवाही, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग न करना, और नशा प्रमुख कारण बने। 108 एम्बुलेंस सेवा के वरिष्ठ प्रबंधक तरुण सिंह परिहार ने लोगों से अपील की है कि दुर्घटना होने पर तुरंत एम्बुलेंस सेवा को सूचना दें ताकि घायल को समय पर इलाज मिल सके।

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