जयपुर में टैंकर ब्लास्ट हादसे को 24 घंटे बीत चुके हैं। हादसे के बाद भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। लोग जल्द से जल्द ट्रैफिक व्यवस्था ठीक करने की मांग कर रहे हैं।
1. ग्राउंड रिपोर्ट: डेथ स्पॉट के हालात नहीं सुधरे
जयपुर में जहां यह हादसा हुआ, वहां के हालात अभी भी खराब हैं। अमर उजाला की टीम ने मौके पर पहुंचकर देखा कि बड़े-बड़े टैंकर अब भी यू-टर्न ले रहे हैं। स्थानीय लोग ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार न होने से गुस्से में हैं।
2. हादसे में महिला कांस्टेबल अनीता मीणा की दर्दनाक मौत
भांकरोटा इलाके में RAC की महिला कांस्टेबल अनीता मीणा की इस हादसे में मौत हो गई। वह ड्यूटी के लिए स्लीपर बस में जा रही थीं। हादसे के बाद उनकी पहचान बिछिया और नेल पॉलिश से हुई। उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
3. ब्लैक स्पॉट्स पर एक्शन के निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने और ब्लैक स्पॉट्स को ठीक करने के आदेश दिए हैं। उनका कहना है कि जल्द से जल्द इन खतरनाक स्थानों की मरम्मत की जानी चाहिए।
4. घायलों से मिलेंगी उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी सवाई मानसिंह अस्पताल में घायलों से मिलने पहुंचेंगी। वे जैसलमेर से जीएसटी बैठक में भाग लेकर जयपुर के लिए रवाना हुई हैं।
5. पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
6. 9 शवों की पहचान, 5 अभी भी अज्ञात
हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 9 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि 5 की अभी भी पहचान नहीं हो पाई है। 27 लोग एसएमएस अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें 7 की हालत गंभीर है।
7. बस का परमिट नहीं था वैध
ब्लास्ट में जल चुकी स्लीपर बस के पास रोड पर चलने का वैध परमिट नहीं था। यह परमिट 2023 में और ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट जुलाई 2024 में खत्म हो चुका था। ड्राइवर और कंडक्टर हादसे के बाद से गायब हैं।
8. तबाही की तस्वीरें और वीडियो
घटनास्थल से आई तस्वीरें और वीडियो हादसे की भयावहता को दिखाते हैं।
निष्कर्ष:
जयपुर टैंकर ब्लास्ट हादसे ने प्रशासन और ट्रैफिक व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है। लोगों में इस हादसे के बाद गहरा आक्रोश है और वे जल्द से जल्द सुधार की मांग कर रहे हैं।