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राजस्थान में बर्ड फ्लू का खतरा: कुरजां पक्षी की नौवीं मौत, हाई अलर्ट जारी

जोधपुर। साइबेरियन पक्षी कुरजां में एच 5 एन 1 संक्रमण की पुष्टि के बाद पश्चिमी राजस्थान में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है। फलोदी से जैसलमेर तक प्रवासी पक्षियों के पड़ाव स्थलों पर हाई अलर्ट जारी किया गया है।

सैलानियों के लिए पाबंदियां

क्रिसमस और नए साल पर फलोदी और खीचन आने वाले सैलानी कुरजां पक्षी देखने की ख्वाहिश पूरी नहीं कर पा रहे हैं। बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए पक्षियों के पड़ाव स्थलों पर जाने की अनुमति नहीं दी गई है। सुरक्षा के चलते सैलानियों को दूर रखा जा रहा है, जिससे कई विदेशी मेहमानों की पक्षियों को करीब से देखने की इच्छा अधूरी रह गई।

पक्षियों में बर्ड फ्लू रोकना चुनौती

पशुपालन विभाग के अनुसार, बर्ड फ्लू को रोकना बड़ी चुनौती है। इस संक्रमण से अब तक नौ कुरजां पक्षियों की मौत हो चुकी है। खीचन तालाब और आसपास के इलाकों में बीमार पक्षियों की निगरानी की जा रही है। बीमार कुरजां को झुंड से अलग करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

टीमें सक्रिय

पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए तीन टीमें बनाई हैं, जो अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी कर रही हैं। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन सतर्कता बनाए रखना जरूरी है।

लोगों को सलाह

पशुपालन विभाग ने आम जनता से प्रवासी पक्षियों के क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। साथ ही, प्रवासी पक्षियों की सुरक्षा और संक्रमण को रोकने के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है।

डॉ. भागीरथ सोनी, नोडल अधिकारी, पशु चिकित्सालय, फलोदी ने बताया कि हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, और फिलहाल कोई नई बीमार कुरजां नहीं मिली है।

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