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उंगलियों के मिटे निशानों से न हों परेशान, अब आंखों की स्क्रीनिंग से बनेगा आयुष्मान कार्ड

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में आयुष्मान कार्ड बनाने का काम तेजी से चल रहा है। लेकिन कामकाजी महिलाओं और बुजुर्गों के हाथों की उंगलियों की लकीरें मिटने से फिंगरप्रिंट मशीन में निशान नहीं आ पा रहे हैं। इससे आयुष्मान कार्ड बनाने में दिक्कतें हो रही हैं।

अब आंखों की स्क्रीनिंग से बनेगा कार्ड

जिन लोगों के फिंगरप्रिंट नहीं आ रहे हैं, उनके लिए राहत भरी खबर है। जिला अस्पताल में अब आंखों की स्क्रीनिंग मशीन लगाई गई है। इस मशीन से आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। जल्द ही यह सुविधा जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में भी उपलब्ध होगी।

आयुष्मान भारत योजना का लाभ

प्रधानमंत्री ने 29 अक्टूबर 2024 को 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए “आयुष्मान वय वंदना कार्ड योजना” शुरू की थी। इस योजना के तहत बुजुर्गों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा।

42,194 बुजुर्गों को मिलेगा लाभ

जिले में कुल 42,194 बुजुर्गों को योजना का लाभ देना है। अभी तक 2835 बुजुर्गों का नया आयुष्मान कार्ड बनाया गया है।

आयुष्मान कार्ड की प्रगति

  • जिले का लक्ष्य: 8,89,691 कार्ड
  • अब तक बने कार्ड: 8,09,961 कार्ड
  • शेष कार्ड: 79,730

70+ बुजुर्गों की स्थिति

विकासखंड लक्ष्य बने कार्ड
बालोद 6284 1103
डौंडी 6630 252
डौंडीलोहारा 8769 89
गुंडरदेही 12178 596
गुरुर 8342 795
कुल 42,194 2835

जरूरी अपील

जिन बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड नहीं बना है, वे जल्द से जल्द अपना कार्ड बनवा लें ताकि उन्हें योजना का पूरा लाभ मिल सके।

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