सरकार से पूछें कारण:
मीना ने कहा कि परीक्षा रद्द क्यों नहीं हो रही, यह समझ से परे है। इस सवाल का जवाब सिर्फ सरकार के मुखिया ही दे सकते हैं।
पेपर लीक के सबूत:
उन्होंने बताया कि एक साल की लंबी जांच में अब तक 50 सब-इंस्पेक्टर और आरपीएससी के सदस्य पकड़े जा चुके हैं। पेपर प्रिंट होने से पहले ही लीक हो गया था। एसओजी ने पेपर लीक की पुष्टि की है, पुलिस हेडक्वार्टर और एडवोकेट जनरल ने भी परीक्षा रद्द करने की राय दी है।
कैबिनेट सब कमेटी की सिफारिश:
कैबिनेट सब कमेटी ने भी परीक्षा रद्द करने की अनुशंसा की है। फिर भी सरकार इसे रद्द क्यों नहीं कर रही, यह समझ से बाहर है।
भावनात्मक जुड़ाव:
किरोड़ी लाल मीना ने कहा कि उन्होंने इस मुद्दे पर लंबी लड़ाई लड़ी है और वे इससे भावनात्मक रूप से जुड़े हुए हैं। उनकी इच्छा है कि परीक्षा रद्द की जाए।