दूसरी तरफ दो किसानों की जमीन का अधिग्रहण होना है, जिसमें से एक किसान ने अपनी जमीन दे दी है और वहां खुदाई शुरू हो गई है। लेकिन एक किसान की जमीन अब तक अधिग्रहित नहीं हो पाई है। जमीन न मिलने के कारण बीच के पिलर खड़े नहीं हो पा रहे हैं।
किसान मुआवजा लेने के लिए तैयार नहीं है, इसलिए अनिवार्य भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इस ब्रिज के अधूरे होने से यहां से भारी वाहन निकलने में परेशानी हो रही है। वाहनों के आमने-सामने आने पर जाम की स्थिति बन रही है और वहां उड़ती धूल से भी समस्याएं हो रही हैं।
यह रोड रिफाइनरी और जेपी प्लांट को जोड़ती है, इसलिए यहां वाहनों की आवाजाही ज्यादा रहती है। इसके अलावा भोपाल और अशोकनगर जाने वाले भारी वाहन भी इसी रोड से गुजरते हैं। ऐसे में ब्रिज का निर्माण जल्दी होना जरूरी है।
अनिवार्य भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है और धारा 4 के तहत प्रकाशन हो चुका है।