पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अपनी पार्टी की हार का जिक्र करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में महायुति को हार के बाद भी एकजुट होकर काम किया, जबकि उनकी पार्टी अपना प्रमुख मतदाता आधार जोड़ने में विफल रही। उन्होंने पार्टी संगठन के पुनर्गठन का भी संकेत दिया।
वहीं, NCP विधायक जितेंद्र आव्हाड ने स्पष्ट किया कि शरद पवार ने आरएसएस की कार्यप्रणाली की सराहना की, लेकिन उनकी विचारधारा को अपनाने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि राजनीति में सिर्फ जीत-हार ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि विचारधारा भी महत्वपूर्ण है और इसके लिए पार्टी को प्रतिबद्ध रहना चाहिए।