डायबिटीज और पुरुषों की यौन समस्याएं
डायबिटीज के कारण पुरुषों में इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED), कम लिबिडो (यौन इच्छा में कमी) और अन्य यौन समस्याएं हो सकती हैं। इसे समझना जरूरी है ताकि समय पर इलाज किया जा सके।
इरेक्टाइल डिस्फंक्शन (ED) क्या है?
यह वह स्थिति है जब पुरुष को इरेक्शन (उत्थान) प्राप्त करने या बनाए रखने में कठिनाई होती है। यह समस्या खराब जीवनशैली, मानसिक तनाव, उम्र, ज्यादा शराब पीने और डायबिटीज के कारण हो सकती है।
लिबिडो (यौन इच्छा) क्या है?
लिबिडो का मतलब है यौन क्रिया की इच्छा। डायबिटीज हार्मोनल असंतुलन का कारण बनती है, जिससे टेस्टोस्टेरोन स्तर में गिरावट आती है और यौन इच्छा कम हो जाती है।
डायबिटीज से कैसे प्रभावित होती है यौन क्षमता?
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन:
डायबिटीज के कारण रक्त शर्करा स्तर बढ़ने से पेनिस की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचता है, जिससे रक्त प्रवाह रुक जाता है और इरेक्शन की समस्या होती है। - लिबिडो में कमी:
डायबिटीज टेस्टोस्टेरोन स्तर को कम कर सकती है, जिससे यौन इच्छा में कमी आती है।
कौन से डायबिटीज प्रकार करते हैं असर?
- टाइप 1 डायबिटीज: यह भी प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
- टाइप 2 डायबिटीज: यह इंसुलिन प्रतिरोध और मेटाबोलिक विकारों से जुड़ा होता है, जो प्रजनन क्षमता पर अधिक असर डालता है।
डायबिटीज से जुड़ी प्रजनन समस्याओं के लक्षण:
- बार-बार पेशाब आना
- अत्यधिक प्यास लगना
- वजन कम होना
- थकान महसूस होना
- धुंधली नजर
- घावों का धीमा ठीक होना
- संक्रमण का खतरा बढ़ना
इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
डायबिटीज का सही प्रबंधन है जरूरी
डायबिटीज न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बल्कि यौन और प्रजनन स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। अपनी सेहत की नियमित जांच करवाएं और डॉक्टर की सलाह अनुसार उचित इलाज लें।
डिसक्लेमर: यह जानकारी केवल जागरूकता के लिए है। किसी भी दवा या इलाज से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।